Emergency Fund क्यों जरूरी है ? | कितनी Emergency fund रखें ? | Emergency Fund में पैसा कैसे जोड़ें ?
जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है। चाहे वो बीमारी हो , कोई दुर्घटना हो , नौकरी का नुकसान हो या कोविड-19 जैसी महामारी , ये सभी आपके वित्तीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है। इन्ही बुरे दिनों मे काम आने वाले फंड को हम Emergency Fund कह सकते है|
FINANCIAL एक्सपर्ट का मानना है की हमे 6 महीने का EMERGENCY FUND रखना चाहिए पर कोविड-19 के बाद 1 साल तक रखने की वो अब सलाह दे रहे है , जो सही भी है | EMERGENCY FUND क्यों जरूरी है, इसे डीटेल मे समझते है |
Emergency Fund क्यों जरूरी है ?
Emergency fund बनाना कई कारणों से ज़रूरी है, जिनमे Mainly :-
- वित्तीय सुरक्षा (Financial Security): Emergency Fund आपको वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। अचानक हुए खर्च को पूरा करने के लिए आपके पास फ़ौरन उपलब्ध एक फंड होता है । इससे आप लोन लेने से बच सकते हैं।
- तनाव मुक्त जीवन (Tension Free Life) : Emergency में अचानक खर्च करने के लिए पैसे न होने से, हमे कई जगहों से पैसों का इंतेजाम करना पड़ता है कभी कभी रिस्तेदारों से भी मांगना पड़ता है अगर वहाँ से न मिले तो रिस्ते भी खराब होते है ,जिससे हमरी चिंता बड़ जाती है। Emergency Fund से इस तनाव से बचा जा सकता है।
- लंबे समय के लक्ष्यों की रक्षा (Protection of Long Term Goal) : बिना Emergency Fund के, अचानक के खर्च आपके Long Term Goal जैसे – घर या कार खरीदना, बच्चों के एजुकेशन और शादी आदि को प्रभावित कर सकता है। Emergency Fund ऐसे लक्ष्यों की रक्षा करती है।
- लोन लेने से बचाव (Avoidance of taking loan) : अचानक किए गए खर्च के लिए ऋण लेना आम बात है। लेकिन यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को नुकसान पहुंचा सकता है और ब्याज का भार बढ़ा सकता है। Emergency Fund हमे कर्जदार होने से भी बचाती है।
अब जबकि हमने Emergency Fund के महत्व को समझ लिया है, आइए अब कितनी Emergency fund रखें?, Emergency Fund में पैसा कैसे जोड़ें? और Emergency Fund के लिए सही निवेश योजना कैसे चुनें? इसे समझते है .
कितनी Emergency fund रखें ?
एक आपातकाल कई रूप ले सकता है। कभी हमारी कार खराब हो जाए, कभी नौकरी छूट जाए या फिर इस्तीफा देना पड़े। ऐसी स्थितियां कई महीनों तक चल सकती है। उस दौरान हमें अपने घर के खर्चे, क्रेडिट कार्ड या लोन की ईएमआई चुकता करते रहना पड़ता है। ऐसे में आपातकालीन फंड का होना बहुत ज़रूरी है। इसके लिए हमें अपनी आय और परिस्थितियों के हिसाब से पैसे जोड़ने चाहिए। अगर घर में एक से ज्यादा कमाने वाले हैं तो थोड़ा सा फंड काफी है। लेकन अगर सिर्फ़ एक ही कमा रहा है तो बड़ा फंड बनाना ज़रूरी है।
- सबसे पहले आप ये देखिए ऐसे कितने खर्च है जिसे आपको हर महीने देने ही है जैसे स्कूल फीस , हाउस या कार लोन, मंथली मेडीसीन का खर्च और महीने के खाने -पीने का खर्च आदि |
- अब मान लीजिए ये 20000/- है , तो इसका 1.5 टाइम्स यानि 30000/- फिर इसे आप 12 से गुना कर दीजिए यानि 360000/– ये आपका Emergency fund हुआ जो 1 साल के लिए आपको जरूरी है |
- 360000 Rs तब आपके लिए पर्याप्त है जब आपके पास एक Family Health Insurance पहले से है नहीं तो ये रकम और भी ज्यादा होगी, इसलिए family Health Insurance भी जरूर ले |
Emergency Fund में पैसा कैसे जोड़ें ?
Emergency Fund में पैसा जोड़ने के लिए हमे काफी अनुशासन का पालन करना पड़ेगा, आईए देखते है इसे कैसे किया जा सकता है :
- सबसे पहले अपने महीने के खर्च का विश्लेषण करें और कम ज़रूरी खर्च जैसे बाहर खाना , मूवी देखना आदि को कम करने की कोशिश करें।
- बचत के लिए एक अलग बैंक खाता खोलें और उसमें नियमित रूप से जमा करें। आप RD कर सकते है | और इसमे ऑटोमैटिक SIP के तहत पैसे जमा करे |
- बोनस, त्योहारी राशि या उपहार राशि का एक हिस्सा इस फंड में डालें।
- 6 या 12 महीने के खर्च के बराबर राशि जमा करने तक जारी रखें।
Emergency Fund के लिए सही निवेश योजना कैसे चुनें ?
Emergency Fund के लिए सही निवेश योजना चुनना बहुत ज़रूरी है। Emergency Fund का मतलब है कि जब भी ज़रूरत पड़े, आसानी से पैसे निकाल सकें। इसलिए ऐसी जगह निवेश करना चाहिए, जहाँ से जल्दी पैसे निकल जाएँ।
- बैंक सैविंग अकाउंट : सबसे अच्छा तो बचत खाते में रखना है। इसमें ब्याज भी मिलता है और जब चाहे पैसे निकाल सकते हैं।
- बैंक एफडी या पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (टीडी): : ये दोनों ही एक सुरक्षित और लिक्विड निवेश विकल्प है। आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न अवधि की एफडी चुन सकते हैं। हालांकि, बैंक एफडी की तुलना में पोस्ट ऑफिस टीडी पर मिलने वाला रिटर्न थोड़ा अधिक होता है।
- लिक्विड फंड: लिक्विड फंड म्यूचुअल फंड का एक प्रकार है जो कम जोखिम वाला होता है। लिक्विड फंड में निवेश करने से आपको बैंक एफडी या पोस्ट ऑफिस टीडी से अधिक रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, लिक्विड फंड में निवेश करने पर भी कुछ जोखिम होता है।
आप अपने Emergency Fund को 3 भागों मे बाँट ले 1 भाग घर मे cash रखे बाकी दोनों को FD और लिक्विड फंड मे निवेश कर सकते है , इससे यह होगा की Emergency मे Cash आपको FD या लिक्विड फंड से पैसे निकालने तक काम आएगी .
FAQ (EMERGENCY FUND : क्यों जरूरी है ?)
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Emergency Fund के रूप में कितना पैसा रखना चाहिए?
सबसे पहले आप ये देखिए ऐसे कितने खर्च है जिसे आपको हर महीने देने ही है जैसे स्कूल फीस , हाउस या कार लोन, मंथली मेडीसीन का खर्च और महीने के खाने -पीने का खर्च आदि |
अब मान लीजिए ये 20000/- है , तो इसका 1.5 टाइम्स यानि 30000/- फिर इसे आप 12 से गुना कर दीजिए यानि 360000/– ये आपका Emergency fund हुआ जो 1 साल के लिए आपको जरूरी है | -
Emergency Fund कहाँ रखें?
Emergency Fund के लिए सही निवेश योजना चुनना बहुत ज़रूरी है। Emergency Fund का मतलब है कि जब भी ज़रूरत पड़े, आसानी से पैसे निकाल सकें। इसलिए ऐसी जगह निवेश करना चाहिए, जहाँ से जल्दी पैसे निकल जाएँ जैसे बैंक FD या लिक्विड फंड|
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Emergency Fund क्या है?
जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है। चाहे वो बीमारी हो , कोई दुर्घटना हो , नौकरी का नुकसान हो या कोविड-19 जैसी महामारी , ये सभी आपके वित्तीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है। इन्ही बुरे दिनों मे काम आने वाले फंड को हम Emergency Fund कह सकते है|
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क्या Emergency fund के साथ Family Health Insurance लेना जरूरी है ?
हाँ ! बहुत ही जरूरी है एक बार अस्पताल मे गए तो सारा Emergency fund के साथ बची सैविंग भी खत्म हो जाएगी |
समापन विचार :
Emergency Fund हम सभी के लिए खास कर मिडल क्लास और नोकरी करने वालों के लिए एक ऐसी आवश्यकता है जो हमें बुरे दिनों के लिए वित्तीय रूप से तैयार रखती है। इसे बनाना और बनाए रखना सभी के लिए बेहद ज़रूरी है। मैं आशा करता हूँ इस लेख से आपको Emergency Fund के महत्व को समझने में मदद मिली होगी। धन्यवाद!